दोस्तों मेरा नाम प्रमोद कुमार है और मैं आपके लिए नई-नई जीके ट्रिक्स लाता हूं जो कहीं भी बताई नहीं गई हो।दोस्तों आज का विषय है कांग्रेस अधिवेशन है।यह टॉपिक बहुत ही महत्वपूर्ण है क्योंकि हर एग्जाम में यहां से कोई ना कोई सवाल जरूर आता है और महत्वपूर्ण के साथ इसे याद करना थोड़ा कठिन भी होता है क्योंकि यह अधिवेशन एक नहीं दो नहीं पूरे 56 अधिवेशन है इन 56 अधिवेशन को याद करना थोड़ा कठिन हो जाता है आज मैं इन कांग्रेस अधिवेशन को याद करने के लिए ट्रिक्स बताऊंगा। जिसमें वह सभी कांग्रेस अधिवेशन होंगे जो एग्जाम में पूछे जा सकते हैं। आशा करता हूं कि आपको यह मेरी कोशिश अच्छी लगेगी।
कांग्रेस अधिवेशन
कांग्रेस अधिवेशन भारतीयों के सबसे बड़े राजनीतिक दल 'भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस' द्वारा समय-समय पर आयोजित किये गए थे। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना 28 दिसम्बर, 1885 में की गई थी। इसका पहला अधिवेशन बम्बई (वर्तमान मुम्बई) में 'कलकत्ता हाईकोर्ट' के बैरिस्टर व्योमेशचन्द्र बनर्जी की अध्यक्षता में हुआ था। कहा जाता है कि वाइसरॉय लॉर्ड डफ़रिन (1884-1888) ने कांग्रेस की स्थापना का अप्रत्यक्ष रीति से समर्थन किया था। यह सही है कि एक अवकाश प्राप्त अंग्रेज़ अधिकारी एलन ऑक्टेवियन ह्यूम कांग्रेस का जन्मदाता था और 1912 में उसकी मृत्यु हो जाने पर कांग्रेस ने उसे अपना जन्मदाता और संस्थापक घोषित किया था। गोपालकृष्ण गोखले के अनुसार 1885 में ह्यूम के सिवा और कोई व्यक्ति कांग्रेस की स्थापना नहीं कर सकता था। परंतु वस्तु स्थिति यह प्रतीत होती है कि जैसा कि सी.वाई. चिंतामणि का मत है, राजनीतिक उद्देश्यों से राष्ट्रीय सम्मेलन का विचार कई व्यक्तियों के मन में उठा था और वह 1885 में चरितार्थ हुआ।
कांग्रेस अधिवेशन को याद करने की ट्रिक:-
दोस्तों इस ट्रिक से आप कांग्रेस अधिवेशन की सन,अध्यक्षता और अधिवेशन कहां हुए थे और यह अधिवेशन कौन सा है यह सब याद कर पाएंगे।
पहली ट्रिक इस प्रकार-
1885 से 1890 तक के कांग्रेस अधिवेशन की ट्रिक इस प्रकार है-
Trick-1 मुंह बंद कर दादा बदबू मारता है इलाज बंबई वेडरबर्न हॉस्पिटल में रोज करा।
मुंह बंद=मुंह+बंद
मुंह=मुंबई (बंबई) 1885 का पहला अधिवेशन
बंद=बनर्जी (डब्ल्यू सी बनर्जी)
व्याख्या:-1885 का पहला कांग्रेस अधिवेशन बंबई में हुआ था तथा इसकी अध्यक्षता डब्ल्यू सी बनर्जी ने की थी।
कर दादा=कर+दादा
कर=कलकत्ता (1886 का दूसरा कांग्रेस अधिवेशन)
दादा=दादा भाई नौरोजी
व्याख्या=1886 का दूसरा कांग्रेस अधिवेशन कोलकाता में हुआ था तथा इसकी अध्यक्षता दादा भाई नौरोजी ने की थी।
बदबू मारता=बदबू+मारता
बदबू=बदरुद्दीन तैयबजी (1887 का तीसरा कांग्रेस अधिवेशन)
मारता=मद्रास
व्याख्या:-1887 का तीसरा कांग्रेस अधिवेशन मद्रास में हुआ था तथा इसकी अध्यक्षता बदरुद्दीन तैयबजी ने की थी।
इलाज=इला+ज
इला=इलाहाबाद (1888 का चौथा कांग्रेस अधिवेशन )
ज=जॉर्ज यूल
व्याख्या:-1888 का चौथा कांग्रेस अधिवेशन इलाहाबाद में हुआ था तथा इसकी अध्यक्षता जॉर्ज यूल ने की थी जॉर्ज यूल कांग्रेस अधिवेशन के पहले अंग्रेज अध्यक्ष थे।
बंबई वेडरबर्न हॉस्पिटल=बंबई+वेडरबर्न+हॉस्पिटल
बंबई=बंबई(1889 का पांचवा कांग्रेस अधिवेशन।)
वेडरबर्न=विलियम वेडरबर्न
हॉस्पिटल=कोई मतलब नहीं
व्याख्या:-1889 का पांचवा कांग्रेस अधिवेशन मुंबई में हुआ था तथा इसकी अध्यक्षता विलियम वेडरबर्न ने की थी।
रोज करा=रोज+करा
रोज=फिरोजशाह मेहता(1890 का छठा कांग्रेस अधिवेशन)
करा=कलकत्ता
व्याख्या:-1890 का छटा कांग्रेस अधिवेशन कोलकाता में हुआ था तथा इसकी अध्यक्षता फिरोजशाह मेहता ने की थी।
1891 से 1895 तक कांग्रेस अधिवेशन की ट्रिक इस प्रकार है:-
Trick-2 चना बनी दाल आम बना बापू।
चना=च+ना
च=चारलू(आनंद चारलू)---1891 का सातवां कांग्रेस अधिवेशन
ना=नागपुर
व्याख्या:-1891का सातवां कांग्रेस अधिवेशन नागपुर में हुआ था इसकी अध्यक्षता आनंद चारलू ने की थी।
बनी=बन+ई
बन=बनर्जी (डब्ल्यू सी बनर्जी)---1892 का आठवां कांग्रेस अधिवेशन
ई=इलाहाबाद
व्याख्या:-1892 का आठवां कांग्रेस अधिवेशन इलाहाबाद में हुआ था तथा इसकी अध्यक्षता डब्ल्यू सी बनर्जी ने की थी।
दाल=दा+ल
दा=दादा भाई नौरोजी (1893 का 9वां कांग्रेस अधिवेशन)
ल=लाहौर
व्याख्या:-1893 का नवा कांग्रेस अधिवेशन लाहौर में हुआ था तथा इसकी अध्यक्षता दादा भाई नौरोजी ने की थी।
आम=आ+म
आ=अल्फ़ेड वेब(1894 का दसवां कांग्रेस अधिवेशन)
म=मद्रास
व्याख्या:-1894 का दसवां कांग्रेस अधिवेशन मद्रास में हुआ था तथा इसकी अध्यक्षता अल्फ़ेड वेब
की थी।
बना /बापू=बा+पू
बा=बनर्जी (सुरेंद्रनाथ बनर्जी)
पू=पूना (1895 का 11वा कांग्रेस अधिवेशन)
व्याख्या:-1895 का 11 वा कांग्रेस अधिवेशन पूना में हुआ था तथा इसकी अध्यक्षता सुरेंद्रनाथ बनर्जी ने की थी।
1896 से 1900 तक के कांग्रेस अधिवेशन की ट्रिक इस प्रकार है:-
Trick-3 कल तू आना, आम दल चलाना।
कल तू=कल+तू
कल=कोलकाता (1896 का 12वा कांग्रेस अधिवेशन)
तू=तूल्ला(रहमतुल्ला सयानी)
व्याख्या:-1896 का 12वा कांग्रेस अधिवेशन कोलकाता में हुआ था तथा इसकी अध्यक्षता रहमतुल्ला सयानी ने की थी।
आना=आ+ना
आ=अमरावती (1897 का 13वा कांग्रेस अधिवेशन)
ना=नायर (सी शंकर नायर)
व्याख्या:-1897 का तेरवा कांग्रेस अधिवेशन अमरावती में हुआ था तथा इसकी अध्यक्षता सी शंकर नायर ने की थी।
आम=आ+म
आ=आनंद मोहन दास (1898 का 14वा कांग्रेस अधिवेशन)
म=मद्रास
व्याख्या:-1898 का 14वा कांग्रेस अधिवेशन मद्रास में हुआ था और इसकी अध्यक्षता आनंद मोहन दास ने की थी।
दल=द+ल
द=दत्त (रमेश चंद्र दत्त)
ल=लखनऊ (1899 का 15वा कांग्रेस अधिवेशन)
व्याख्या:-1899 का 15वा कांग्रेस अधिवेशन लखनऊ में हुआ था तथा इसकी अध्यक्षता रमेश चंद्र दत्त ने की थी।
चलाना=च+ला+ना
च=चंद्रावरकर(NG चंद्रावरकर)
ला=लाहौर (1900 का 16वा कांग्रेस अधिवेशन)
ना=कुछ नहीं
व्याख्या:-1900 का 16वा कांग्रेस अधिवेशन लाहौर में हुआ था तथा इसकी अध्यक्षता NG चंद्रावरकर ने की थी।
दोस्तों मैंने यह अगली ट्रिक थोड़ी अलग टाइप की बनाई है, इस ट्रिक में जो अधिवेशन हुए हैं वह सब कोलकाता में हुए और जो कार्य किए गए हैं वह पहली बार किए गए हैं। आपको ट्रिक पढ़ने के बाद समझ में आ जाएगा।
ट्रिक इस प्रकार है:-कल् नौ राज्य में तू वंदे मातरम और नारा जन गण मन लगाएगा।
कल=कोलकाता
नौ राज्य= नौ+राज्य
नौ=नौरोजी (दादा भाई नौरोजी)---1906 का कांग्रेस अधिवेशन
राज्य=स्वराज्य शब्द
व्याख्या:-इस अधिवेशन में पहली बार स्वराज्य शब्द का प्रयोग किया गया था।
तू वंदे मातरम=तू+वंदे मातरम
तू=तुल्ला (रहमतुल्ला सयानी)--1896 का कांग्रेस अधिवेशन
व्याख्या:-इस अधिवेशन में वंदे मातरम पहली बार गाया गया था।
नारा जन गण मन=नारा+जन गण मन
नारा=विशन नारायण (1911 का कांग्रेस अधिवेशन)
जन गण मन=जन गण मन गाया गया था।
व्याख्या:-इस अधिवेशन में राष्ट्रगान जन गण मन पहली बार गाया गया था।
दोस्तों आपको यह जीके ट्रिक कैसी लगी? कमेंट करके जरूर बताएं।अगर ट्रिक अच्छी लगी हो तो इस पोस्ट को शेयर करें और लोगों तक पहुंचाएं।
धन्यवाद!
टिप्पणियाँ
Please 1900 se 1930 tak ka trick banakar bejiye.
Please 1900 se 1930 tak ka trick banakar bejiye.